राहुल जी,
झूठ बोलना पाप है। नदी किनारे साँप है…
राहुल गांधी झूठ बोल रहे हैं कि जब वे पढ़ रहे थे तब उनको दलितों और पिछड़ो के बारे में कुछ नहीं मालूम था।
जिस समय राहुल गांधी बड़े हो रहे थे, और पढ़ रहे थे, तब भारत में:
- 1977 मे मंडल कमीशन का गठन हुआ।
- 1978 में यूपी और बिहार में ओबीसी आरक्षण लागू हुआ। बहुत बड़ी हिंसा हुई।
- 1980 में मंडल कमीशन की रिपोर्ट राष्ट्रपति को सौंपी गई।
- 14 अप्रैल, 1984 को बीएसपी की स्थापना हुई।
- 1980 से लेकर 1989 तक इंदिरा गांधी और राजीव गांधी मंडल कमीशन पर फ़न 🐍 काढ़कर बैठ रहे।
- बीएसपी मंडल कमीशन लागू करने के लिए देश में सैकड़ों सम्मेलन कर चुकी थी। राहुल गांधी के घर के बग़ल में इंडिया गेट पर हुए सम्मेलन में साढ़े तीन लाख लोग आए थे।
- 1990 में एक ग़ैर-कांग्रेसी सरकार ने बाबा साहब को भारत रत्न दिया।
- 1990 में ही बाबा साहब की जयंती की छुट्टी शुरू हुई। राहुल के स्कूल में भी छुट्टी थी।
- 1990 में मंडल कमीशन रिपोर्ट लागू हुई। कांग्रेस ने विरोध किया।
- राहुल गांधी जिस घर यानी 10-जनपथ में रहते थे, उसके बग़ल में 12-जनपथ की कोठी में आग लगा दी गई, जिसमें राम विलास पासवान रहते थे।
- दिल्ली के स्कूल लगभग दो हफ़्ते बंद रहे क्योंकि हिंसा चल रही थी।
-1990 में ही 6 सितंबर को राहुल के पापा राजीव गांधी ने मंडल कमीशन और ओबीसी कोटा के खिलाफ सवा दो घंटे तक लोकसभा में भाषण दिया।
- राहुल गांधी जब स्कूल में थे तब वेल्लुपुरम और करमचेडु में दलित नरसंहार हुए। अख़बार तो राहुल गांधी के घर में आता ही होगा!
राहुल गांधी ये सब देख रहे थे। दरअसल वे और उनका परिवार दलितों और पिछड़ों के खिलाफ था।