Discover postsExplore captivating content and diverse perspectives on our Discover page. Uncover fresh ideas and engage in meaningful conversations
शास्त्र व शस्त्र से सुसज्जित होना ही #ब्राह्मणत्व व #ब्राह्मणवाद है 🔥
शास्त्र (यानी परिशोधित ज्ञान) निजी, सार्वजनिक / सामाजिक जीवन जीने की उचित राह बताते हैं
और
आवश्यकता पड़ने पर उक्त राह, साम्यता, न्याय, धर्म, आदि की पुनर्स्थापना के लिए शस्त्रों को संचालित करने की सही दिशा भी निर्देशित करते हैं
🌹 🌷 ।। श्री ।। 🌷 🌹
जय सियाराम सुमंगल सुप्रभात प्रणाम बन्धु मित्रों। राम राम जी।
श्रीरामचरितमानस नित्य पाठ पोस्ट ३४५, बालकाण्ड दोहा ७१/१-४, हिमाचल का मैना जी को संदेश।
अब जौं तुम्हहि सुता पर नेहु।
तौंअस जाइ सिखावनु देहु।।
करै सो तपु जेहिं मिलहिं महेसू।
आन उपायॅं न मिटहि कलेसू।।
नारद बचन सगर्भ सहेतू।
सुंदर सब गुन निधि बृषकेतु।।
अस बिचारि तुम्ह तजहु असंका।
सबहि भाॅंति संकरु अकलंका।।
भावार्थ:- हिमाचल जी मैना से कह रहे हैं, अब यदि तुम्हें कन्या पर प्रेम है तो जाकर उसे यह शिक्षा दो कि वह ऐसा तप करे जिससे शिवजी मिल जायॅं। दूसरे उपाय से यह क्लेश नही मिटेगा। नारदजी के वचन रहस्य से युक्त और सकारण हैं और शिवजी समस्त सुन्दर गुणों के भण्डार हैं। यह विचार कर तुम मिथ्या संदेह को छोड़ दो। शिवजी सभी तरह से निष्कलंक है।
🌹🙏🏽🌷🙏🏽🌷🙏🏽🌹