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असदुद्दीन ओवैसी अपने 40 साल के राजनीतिक कैरियर में एक बार भी कभी किसी हिंदू के घर वोट मांगने नहीं गया कभी किसी मंदिर नहीं गया कभी किसी को नमस्ते नहीं किया प्रणाम नहीं किया
लेकिन 3 लाख फर्जी वोटर का नाम हटा देने और माधवी लता जी द्वारा जोरदार चुनाव प्रचार करने और जनता के बीच अपनी जगह बना लेने के बाद ओवैसी की हालत कुत्ते की दुम जैसी हो गई है
अब यह हिंदुओं के घर जा रहा है बुजुर्गों को प्रणाम करके पैर छूकर आशीर्वाद ले रहा है हर मंदिर जा रहा है वहां टीका लगवा रहा है
जबकि संसद में एक बार भी ओवैसी ने हिंदुओं के मामले पर जुड़े सवाल नहीं पूछे
सिर्फ इस्लाम और मुस्लिम ही इसका पसंदीदा विषय रहा है
और आप संसद के इसके बहस उठाकर इसके सवालो को देख लीजिए यह हर सवाल सिर्फ मुस्लिम और इस्लाम से संबंधित ही पूछता है
लेकिन आज इसकी क्या हाल माधवी लता जी ने कर दिया सोचिये
राष्ट्रपति महोदया इसी बारे में बात कर रही थीं!
उन्होंने बताया कि कैसे आम लोगों को उचित न्याय नहीं मिलता है, कैसे हमारी न्यायपालिका प्रणाली उनके साथ अलग व्यवहार करती है।
उन्होंने सचमुच CJI का सामना किया।
आठ हज़ार चयनित युवा लेखपालों को मैं यही सलाह दूंगी की राष्ट्रपति महोदया को पत्र लिखें क्योंकि न्याय व्यवस्था आपके साथ न्याय नही करेगी।