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मन्नू भाकर होती तो सब फेमस करते हैं, मगर अफसोस 14 -14 गोल्ड मेडल लाने के बाद भी प्यारी बेटी अंजली भागवत को अभी तक किसी ने फेमस नहीं किया है ।❤️🙏
अंजली भागवत भारत की शीर्ष निशानेबाज़ों में से एक हैं, जिन्होंने अपने करियर में अद्वितीय सफलता हासिल की है। 5 दिसंबर 1969 को मुंबई, महाराष्ट्र में जन्मी अंजली ने 21 साल की उम्र में निशानेबाजी की शुरुआत की और जल्द ही राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी एक अलग पहचान बना ली।
2002 में उन्होंने 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में विश्व नंबर एक का स्थान प्राप्त किया और 2003 में मिलान में अपने पहले विश्व कप फाइनल में 399/400 के स्कोर के साथ जीत हासिल की। 2000 के सिडनी ओलंपिक में भी उन्होंने फाइनल तक का सफर तय किया और लगातार तीन ओलंपिक खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व किया, जो उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण का प्रमाण है।
उनकी महत्वपूर्ण उपलब्धियों में 2002 के मैनचेस्टर राष्ट्रमंडल खेलों में चार स्वर्ण पदक शामिल हैं, जो उन्होंने व्यक्तिगत और टीम दोनों स्पर्धाओं में जीते। इसके अलावा, उन्होंने 1999, 2001, और 2005 की कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में भी स्वर्ण पदक अपने नाम किए। अंजली ने अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में कुल 31 स्वर्ण, 23 रजत और 7 कांस्य पदक जीते हैं, जिससे भारतीय निशानेबाजी में एक प्रेरणास्रोत बनकर उभरी हैं।
अंजली भागवत का यह सफर न केवल भारतीय खेल जगत के लिए गर्व का विषय है, बल्कि उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन ने आने वाली पीढ़ियों को भी प्रोत्साहित किया है