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बिहार विधानसभा चुनाव में राजद के बेहद निराशाजनक प्रदर्शन के बाद सोमवार को नवनिर्वाचित विधायक और उम्मीदवारों के साथ बैठक हुई।
इस बैठक में राजद विधायक दल के नेता तेजस्वी प्रसाद भी मौजूद रहे, जहां उन्होंने अपने विश्वस्त सहयोगी और राज्यसभा सांसद संजय यादव का बचाव किया। यह बैठक विधायक दल के नेता तेजस्वी यादव के आधिकारिक आवास 1, पोलो रोड पर हुई।
दरअसल, पार्टी को 243 सीटों में से सिर्फ 25 पर जीत मिली है, जिसके बाद संजय यादव पर समर्थकों के साथ-साथ रोहिणी आचार्य की भी नाराजगी सामने आई है, जिसको लेकर बैठक के दौरान बाहर मौजूद कुछ राजद कार्यकर्ताओं ने संजय यादव के खिलाफ नारे लगाए और मांग की कि उन्हें हरियाणा वापस भेज दिया जाए।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तेजस्वी ने संजय यादव के योगदान की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने पार्टी के लिए जो मेहनत की है, उसे दूसरे लोग नहीं जानते हैं। उन्होंने जितनी मेहनत की है वो हम जानते हैं। इस बैठक में संजय यादव भी मौजूद थे।
यह हैं विवेक ओबेरॉय
जिन्होंने अपने एक बयान से
पूरे बॉलीवुड में बवाल मचा दिया
विवेक ने कहा
आजकल पुराने जमाने जैसे 1960 के दशक की फिल्मों या उस वक्त कि स्टार्स के बारे में ज्यादा किसी को जानकारी नहीं है। ना ही किसी को इससे ज्यादा फर्क पड़ता है। सबको इतिहास में ही दर्ज होना है।
2050 में शायद लोग ये भी पूछेंगे कि कौन शाहरुख खान?
तब शायद सब शाहरुख खान को भी भूल जाएंगे।''
ये बयान सुनते ही Social Media पर Debate छिड़ गई
कुछ लोग कह रहे हैं, कि Legends कभी नहीं मरते
SRK जैसे Superstar को कैसे भुलाया जा सकता है
तो कुछ कह रहे हैं, कि Vivek सही कह रहे हैं
हर generation के अपने heroes होते हैं
और पुराने fade out हो जाते हैं
Raj Kapoor का ज़माना अलग था
Amitabh Bachchan का अलग
SRK का अलग
और आने वाली generation का अपना अलग होगा
आपको क्या लगता है?
2050 में Shah Rukh Khan को याद रखा जाएगा
या नई generation के लिए वो बस एक पुराना नाम होंगे ?
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में दिवंगत केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के बेटे, चिराग पासवान ने उम्मीद से कहीं ज्यादा सीटें जीतकर सबको चौंका दिया है। पॉलिटिक्स से पहले फिल्मों में हाथ आजमाने वाले चिराग पासवान ने कहा था- देश से पहले ही मुझे एहसास हो गया था कि मैं एक डिजास्टर हूं, मुझे अभी पता चला कि मैं इसके एक्टिंग के लिए नहीं बना हूं।
कंगना और चिराग आज से 14 साल पहले रिलीज हुई फिल्म 'मिले ना मिले हम' में साथ दिखे थे, लेकिन ये फिल्म बुरी तरह से फ्लॉप हो गई। ये फिल्म एक बड़ी डिजास्टर साबित हुई। हालांकि, कंगना ने हार नहीं मानी और इसके बाद भी वो फिल्मों में काम करती रहीं। वहीं चिराग पासवान ने फिल्म इंडस्ट्री छोड़ने और मुंबई छोड़कर अपने होमटाउन बिहार लौटने का फैसला कर लिया।
चिराग ने अपने एक इंटरव्यू में कहा, 'भारत से पहले ही मुझे एहसास हो गया था कि मैं एक डिजास्टर हूं। मेरे परिवार से कोई भी कभी बॉलीवुड नहीं गया। फिल्मी अंदाज में अगर कहूं तो- मेरी सात पुश्तों का भी फिल्म से कोई नाता नहीं रहा। मैं पहली पीढ़ी हूं जो इसमें कदम रखने की कोशिश कर रहा था लेकिन, बहुत जल्द मुझे ये समझ आ गया कि यह एक डिजास्टर है। देश से पहले ही मुझे एहसास हो गया था कि मैं एक डिजास्टर हूं। मुझे अभी पता चला कि मैं इसके एक्टिंग के लिए नहीं बना हूं।'