हमारे कर्मठ स्वास्थ्य कर्मियों और जागरूक जनता के प्रयासों से ही 'पोलियो मुक्त भारत' का संकल्प पूर्ण हुआ है। उनकी मेहनत और समर्पण ने बच्चों को सुरक्षित और स्वस्थ बचपन प्रदान किया है।
सभी पात्र बच्चों को 'दो बूंद जिंदगी की' अवश्य पिलाएं, क्योंकि यही पोलियो से बचाव का सबसे प्रभावी तरीका है।