Discover postsExplore captivating content and diverse perspectives on our Discover page. Uncover fresh ideas and engage in meaningful conversations
जेहिं यह कथा सुनी नहिं होई। जनि आचरजु करै सुनि सोई॥
कथा अलौकिक सुनहिं जे ग्यानी। नहिं आचरजु करहिं अस जानी॥
रामकथा कै मिति जग नाहीं। असि प्रतीति तिन्ह के मन माहीं॥
नाना भाँति राम अवतारा। रामायन सत कोटि अपारा॥🪷
आज प्रभु श्री राम जी कृपा से श्री रामचरित मानस के सम्पूर्ण मासपारायण का विश्राम हुआ। प्रभु की कृपा सदैव यूं ही बनी रहे और जीवन पर्यंत प्रति वर्ष श्रावण के पवित्र मास में श्री मानस का पाठ करने का सौभाग्य मिलता रहे। ये पाठ हम तीनों (मैं, धर्मपत्नी और पुत्र) मिलकर पूर्ण करते हैं।
अब प्रभु कृपा करहु एहि भाँति।
सब तजि भजनु करौं दिन राती॥
🙏सभी को सादर जय सियाराम 🙏
जय श्री रामचरित मानस की
🙏जय हो बाबा तुलसीदास की🙏
जेहिं यह कथा सुनी नहिं होई। जनि आचरजु करै सुनि सोई॥
कथा अलौकिक सुनहिं जे ग्यानी। नहिं आचरजु करहिं अस जानी॥
रामकथा कै मिति जग नाहीं। असि प्रतीति तिन्ह के मन माहीं॥
नाना भाँति राम अवतारा। रामायन सत कोटि अपारा॥🪷
आज प्रभु श्री राम जी कृपा से श्री रामचरित मानस के सम्पूर्ण मासपारायण का विश्राम हुआ। प्रभु की कृपा सदैव यूं ही बनी रहे और जीवन पर्यंत प्रति वर्ष श्रावण के पवित्र मास में श्री मानस का पाठ करने का सौभाग्य मिलता रहे। ये पाठ हम तीनों (मैं, धर्मपत्नी और पुत्र) मिलकर पूर्ण करते हैं।
अब प्रभु कृपा करहु एहि भाँति।
सब तजि भजनु करौं दिन राती॥
🙏सभी को सादर जय सियाराम 🙏
जय श्री रामचरित मानस की
🙏जय हो बाबा तुलसीदास की🙏
जेहिं यह कथा सुनी नहिं होई। जनि आचरजु करै सुनि सोई॥
कथा अलौकिक सुनहिं जे ग्यानी। नहिं आचरजु करहिं अस जानी॥
रामकथा कै मिति जग नाहीं। असि प्रतीति तिन्ह के मन माहीं॥
नाना भाँति राम अवतारा। रामायन सत कोटि अपारा॥🪷
आज प्रभु श्री राम जी कृपा से श्री रामचरित मानस के सम्पूर्ण मासपारायण का विश्राम हुआ। प्रभु की कृपा सदैव यूं ही बनी रहे और जीवन पर्यंत प्रति वर्ष श्रावण के पवित्र मास में श्री मानस का पाठ करने का सौभाग्य मिलता रहे। ये पाठ हम तीनों (मैं, धर्मपत्नी और पुत्र) मिलकर पूर्ण करते हैं।
अब प्रभु कृपा करहु एहि भाँति।
सब तजि भजनु करौं दिन राती॥
🙏सभी को सादर जय सियाराम 🙏
जय श्री रामचरित मानस की
🙏जय हो बाबा तुलसीदास की🙏
ये देश की बेटी हैं निशा दहिया जो 68 किलोग्राम भार वर्ग में कुश्ती लड़ती है और मैडल की प्रबल दावेदार थी
पेरिस 2024 ओलम्पिक कुश्ती 68 किलोग्राम भार वर्ग की कुश्ती के अपने पहले ही मैच में ये यूक्रेन की पहलवान के खिलाफ शानदार तरीके से लड़ी और उसे चित्त कर दिया
फिर दूसरे मैच में भी ये उत्तरी कोरिया की पहलवान के खिलाफ बहादुरी से लड़ी पर दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से इनके दाहिने हाथ मे गंभीर चोट लग गयी
यह बहादुर बेटी लेकिन पीछे नहीं हटी, मैदान नहीं छोड़ा
असहनीय दर्द में भी निशा दहिया मेडिकल सहायता लेकर खेलती रही और 8-2 की शानदार बढ़त हासिल कर ली पर अंतिम समय मे विरोधी ने इनकी कमजोरी का फायदा उठाकर पहले स्कोर बराबर किया फिर बढ़त हासिल करके इन पर विजय प्राप्त कर ली
निशा को मैच के तुरंत बाद ही स्कैन के लिए गेम्स विलेज में ले जाया गया, वहां जाने के बाद स्कैन में पता चला कि भारतीय स्टार पहलवान का कंधा गंभीर रूप से चोटिल हो गया है
ये बेटी दर्द से जूझती रही पर मैदान नहीं छोड़ा, देश की खातिर एक हाथ से लड़ी पर घुटने न टेके
हार जीत खेल का हिस्सा है, पर ये खेल हमे सिखाते हैं कि मैदान में अपना 100% दो, हिम्मत मत हारो, हौसला मत हारो, मैदान मत छोड़ो
निशा ने भी उस दिन वही किया पर किस्मत को शायद कुछ और ही मंजूर था
ये भी देश की बेटी है पर इसकी कितनी चर्चा सुनी आपने ईमानदारी से बताइएगा
खुद से और लोगो से सवाल पूछिये कि क्या इस बेटी को वो मान सम्मान, वो प्रोत्साहन और वो अटेंशन मिला जो मिलना चाहिए था ?
क्या इस बेटी की हिम्मत, बहादुरी और हौंसले की चर्चा हुई ?
क्या इसका भव्य स्वागत हुआ ?
कारों के काफिले निकले ?
उत्तर तलाशिये कि कहाँ कमी रह गयी इस बेटी में ?
या शायद कमी रह गयी हम में
निशा दहिया जी मेरे लिए आप एक योद्धा हैं, मैडल से कहीं ऊपर क्योंकि आपने अपने देश के लिए खुद को झोंक दिया
खुद को पीछे रखा और देश को सबसे आगे
दिल से सैल्यूट रहेगा