महान राष्ट्रवादी चिंतक और जनसंघ के संस्थापक सदस्यों में से एक नानाजी देशमुख जी ने युवाओं को संगठित कर राष्ट्रनिर्माण के कार्यों से जोड़ने में उल्लेखनीय भूमिका निभाई। शासन के केंद्र में ‘राष्ट्रप्रथम’ को सर्वोपरि मानने वाली विचारशक्ति की नींव को मजबूत बनाने वाले नानाजी आजीवन ग्रामोदय के लिए कार्य करते रहे।
भारत रत्न नानाजी देशमुख जी की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ।

