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जाट तो कुश्ती पे कब्जा करना चाहते हैं 🤡🤡
ब्रजभूषण को हटाकर कुश्ती पर कब्जा करना चाहते हैं
ब्रजभूषण तो 2011 से अध्यक्ष है जाटों का तो अब भी कब्जा ही है
बारह साल हो गए इसे अध्यक्ष रहते पर ये फालतू को बकवास जातिवादी और खुद को शीशे में देखने के बाद पीड़ित महसूस करने वाली प्रजाति कर रही है
मूर्खो सुनो क्या कह रहा है विद्युत जामवाल दुनिया के बेस्ट एथलीट होते हैं जाट अनमोल चौधरी फौजी को आईडी देख आओ एक बार
जाट जाति का तो कबड्डी पे भी डोमिनेंस है लगभग 90 परसेंट खिलाड़ी टीम में जाट ही होते हैं
कनाडा ,ऑस्ट्रेलिया , इंग्लैंड की कबड्डी टीम में भी जाट ही होते हैं सब
पाकिस्तानी की टीम में भी मुस्लिम जाट ही होते हैं
बॉक्सिंग में भी जाट ही होते हैं ज्यादातर खिलाड़ी टीम स्क्वाड में अभी जो टीम इंटरनेशनल चैंपियनशिप खेलकर आगे बॉक्सिंग में उसे उठाकर देख लो भारत का सबसे सफल बॉक्सर विजेंदर सिंह भी जाट है
स्वीटी बुरा भी जाट है
जाट तो क्रिकेट में भी ब्राह्मण के बाद सबसे ज्यादा हैं काफी कम आबादी होने के बावजूद जाट का यहां भी बोल बाला है
वीरेंद्र सहवाग , युवराज सिंह , आशीष नेहरा, नवजोत सिंह सिद्धू , शुभमान गिल , रवि बिश्नोई , राहुल चाहर , दीपक चाहर , युजवेंदर चहल , अर्शदीप सिंह , दीपक हुडा , राहुल तेवतिया , हरप्रीत बरार, ये सब खिलाड़ी जाट हैं लिस्ट बहुत लंबी है
और तो और जाट तो कनाडा ,ऑस्ट्रेलिया की टीम से भी क्रिकेट खेले हैं गुरिंदर संधु ऑस्ट्रेलियन तेज गेंदबाज जाट है
ऑस्ट्रेलिया के अंदर ninteen टीम का कप्तान भी जाट था जेसन संघा
इंग्लैंड के खिलाड़ी रवि बोपराय भी जाट है
पाकिस्तान की टीम में भी मुस्लिम जाट क्रिकेटर भरे पड़े हैं
पाकिस्तानी लीजेंड वकार यूनुस जाट है , आकिब जावेद , एजाज चीमा ,मोहम्मद इरफान ,मोहम्मद हफीज भी जाट है
इंग्लैंड की तरफ से खेलने वाले क्रिकेटर पाकिस्तानी क्रिकेटर मोईन अली भी जाट है
कुश्ती में भी विदेश की साइड से ओलंपिक खेले हैं जाट
Wwe में भी जितने पहलवान भारतीय मूल के खेले हैं उनमें आधे से ज्यादा जाट हैं
टाइगर अली सिंह , गामा सिंह , सतेंद्र डगर , जिंदर महल , लवप्रीत सांघा ,कविता दलाल , महाबली शेरा , akam सनी ढींडसा , सुखविंदर ग्रेवल ये सब जाट ही हैं
यहां भी तुम्हारे हाथ पैर जाटों ने पकड़ रखे थे क्या
वर्ल्ड की टॉप की लीग बास्केट बॉल लीग एनबीए में भी जितने भारतीय मूल के लोग खेले उनमें एक तिहाई से ज्यादा जाट हैं जहां प्यूरली जेनेटिक्स और मेहनत काम आती है वहां क्यों नहीं बोलते तुम जाके की भारतीय मूल वालो में जाट ही क्यूं लिए जाते हैं
सिम भुल्लर , प्रिंसपाल सिंह बाजवा , एमीजॉट सिंह गिल , पलप्रीत सिंह बराड़ , अमृतपाल सिंह जाट ही हैं
भारतीय वॉलीबॉल खिलाड़ियों में भी जाटों का बोलबाला है
दुनिया की टॉप की फुटबॉल लीग ईपीएल में भी आधिकारिक कॉन्ट्रैक्ट साइन करने वाले अकेले फुटबॉलर 2015 में यान ढांडा थे
किसने रोका है तुम्हे फुटबॉल में क्वालीफाई करने से जाटों ने हाथ पैर पकड़ रखे हैं क्या तलवारबाजी भी खेल होता है एक आज तक क्वालीफाई नही कर पाए वैसे डींगे मारोगे पूरे दिन तलवार और इतिहास की
ये चीज जाटों के खून में है उनके पूर्वजों का आशीर्वाद है उनकी नस्ल
क्योंकि जाटों में पूरे भारत में सबसे ज्यादा ANI (एंसेस्टोरल नॉर्थ इंडियन) जीन्स हैं और सबसे कम ASI (एंसेस्ट्रल साउथ इंडियन) जीन्स हैं
और पूरे साउथ एशिया में सबसे ज्यादा स्टेपी जीन्स जाटों में हैं जिसके कारण जाट दूध को पचाने की अद्भुत क्षमता रखते हैं इनमे लैक्टोस टोलरेंट जीन्स हैं जो इनके शरीर को अद्भुत मजबूत और ताकतवर बनाता है इसलिए जाट हर शारीरिक क्रिया में आगे रहते हैं जाट भारत देश के लोगो में नस्लीय रूप से सबसे आखिर में आते हैं सबसे अलग जिससे जाटों की शारीरिक बनावट चौड़ी बोन स्ट्रक्चर और बड़ा सिर skull 💀 jawline होती है रोबस्ट लुक आता है जिस चीज की बाकी लोगो में कमी है
ये चीजे फिजिकल कामों के लिए कुश्ती जैसे खेलो के लिए जाटों को अनुकूल और अजय बनाती हैं भारत जैसे देश में
चीन सीमा पर जाट और सिख रेजिमेंट को लगाया जाता है क्योंकि वहां लड़ाई हाथो से लड़ी जाती है जहां ताकतवर शरीर उसके लिए मुफीद हैं कुछ भी टेंशन बढ़ती है तो इन दो रेजिमेंट को आगे कर दिया जाता है चीन सीमा पर आजादी के बाद सबसे मुस्किल लड़ाई भारतीय सेना की बैटल ऑफ डोगराई मानी जाती है जो जाट सैनिकों ने लड़ी
आजादी से पहले सबसे घातक लड़ाई सरगढ़ी का युद्ध था जहां 21 जाटों ने हजारों पठानों को टक्कर दी थी और बहुत भारी नुकसान किया था
भारतीय सेना की दो ही रेजिमेंट प्यूरल कास्ट बेस्ड रेजिमेंट हैं जाट रेजिमेंट और दूसरी सिख रेजिमेंट जो सिख जाट रेजिमेंट है उनमें 95 प्रतिशत के करीब खाली जाट ही लिए जाते हैं जबकि दूसरी जाति आधारित रेजिमेंट में ऐसा नहीं होता
राष्ट्रपति के अंगरक्षकों में भी दो तिहाई जाट ही लिए जाते हैं इस अद्भुत क्षमता के कारण क्युकी जाट शारीरिक रूप से सबसे अव्वल हैं
भारत वासियों को तो मान होना चाहिए तुम्हारे बीच ऐसे भारतीय हैं जो तुम्हारा नाम ऊंचा करते हैं
जाट ने तो एनडीए परीक्षा की टॉपर रैंक पे भी कब्जा किया है
जाट तो यूपीएससी में भी कब्जा करते हैं ग्रामीण जाति कम आबादी और इतने सारे फील्ड में कब्जा करने के बाद एनर्जी बंट जाने के बावजूद बिना किसी आरक्षण के (राजस्थान को छोड़कर ) 2021 UPSC परीक्षा में टॉप दस रैंक में दस में से चार जाटों ने कब्जा किया था
रैंक 6 यक्ष चौधरी

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