REPORTER : कहां से कहां जा रहे थे.
PASSENGER : हम घर जा रहे थे बिहार, नवादा ज़िला.
REPORTER : क्या नाम है आपका ?
PASSENGER : राजकुमार मांझी.
REPORTER : आप लोग कितने लोग थे.
PASSENGER : हम चार लोग थे, हम हमारी पत्नी और हमारा बेटी बेटा. पत्नी और बेटी मर चुकी हैं. बेटा बचा है, उसी के लिए कलेजा पकड़कर रखे हैं.
कुंभ मेला हो या नई दिल्ली रेलवे स्टेशन हो जाने आम आदमी की जा रही है. ऐसा लग रहा है आम आदमी के जान की कोई कीमत नही है. जिम्मेदारी रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव जी लेंगे या नही ?
